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तालिब अंसारी शायरी | शाही शायरी

तालिब अंसारी शेर

1 शेर

दुनिया से मैं ने भी कोई रग़बत नहीं रखी
उस ने भी मुझ से सर्फ़-ए-नज़र कर लिया तो क्या

तालिब अंसारी