क़तील हो के भी मैं अपने क़ातिलों से लड़ा
कि मेरे ब'अद मिरे दोस्तों की बारी थी
शुजाअत अली राही
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क़तील हो के भी मैं अपने क़ातिलों से लड़ा
कि मेरे ब'अद मिरे दोस्तों की बारी थी
शुजाअत अली राही