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शमीम तारिक़ शायरी | शाही शायरी

शमीम तारिक़ शेर

2 शेर

क़बीला-वार अदावत का सिलसिला 'तारिक़'
फ़साद-ए-शहर की सूरत में अब भी चलता है

शमीम तारिक़




तमाम शहर ब-यक-वक़्त जल गया कैसे
मुहाफ़िज़ों के दिलों में फ़ुतूर था क्या था

शमीम तारिक़