क़बीला-वार अदावत का सिलसिला 'तारिक़'
फ़साद-ए-शहर की सूरत में अब भी चलता है
शमीम तारिक़
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तमाम शहर ब-यक-वक़्त जल गया कैसे
मुहाफ़िज़ों के दिलों में फ़ुतूर था क्या था
शमीम तारिक़
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