हम ज़ब्त की हदों से गुज़र भी नहीं गए
ज़िंदा अगर नहीं हैं तो मर भी नहीं गए
शहनाज़ नूर
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
1 शेर
हम ज़ब्त की हदों से गुज़र भी नहीं गए
ज़िंदा अगर नहीं हैं तो मर भी नहीं गए
शहनाज़ नूर