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शाहीन ग़ाज़ीपुरी शायरी | शाही शायरी

शाहीन ग़ाज़ीपुरी शेर

1 शेर

दिए हैं ज़िंदगी ने ज़ख़्म ऐसे
कि जिन का वक़्त भी मरहम नहीं है

शाहीन ग़ाज़ीपुरी