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सालिक देहलवी शायरी | शाही शायरी

सालिक देहलवी शेर

1 शेर

नहीं इक बार भी अब सुनने की ताक़त दिल में
पहले सौ बार तिरा नाम लिया करते थे

सालिक देहलवी