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राय सरब सुख दिवाना शायरी | शाही शायरी

राय सरब सुख दिवाना शेर

1 शेर

दिल सदा तड़पे है मेरा मुर्ग़-ए-बिस्मिल की तरह
या कि सीखी मुर्ग़-ए-बिस्मिल ने मिरे दिल की तरह

राय सरब सुख दिवाना