यही तो होता है शीशे के कारोबार का हश्र
उजड़ गया है अचानक हरा-भरा बाज़ार
क़ौस सिद्दीक़ी
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यही तो होता है शीशे के कारोबार का हश्र
उजड़ गया है अचानक हरा-भरा बाज़ार
क़ौस सिद्दीक़ी