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मुबीन मिर्ज़ा शायरी | शाही शायरी

मुबीन मिर्ज़ा शेर

1 शेर

मैं अपने आप लड़ूँगा समुंदरों से जंग
अब ए'तिमाद मुझे अपने नाख़ुदा पे नहीं

मुबीन मिर्ज़ा