आँख पड़ती है कहीं पाँव कहीं पड़ता है
सब की है तुम को ख़बर अपनी ख़बर कुछ भी नहीं
मोहम्मद अली तिशना
टैग:
| Bekhudi |
| 2 लाइन शायरी |
1 शेर
आँख पड़ती है कहीं पाँव कहीं पड़ता है
सब की है तुम को ख़बर अपनी ख़बर कुछ भी नहीं
मोहम्मद अली तिशना