मुट्ठी से जिस तरह कोई जुगनू निकल पड़े
देखा उसे तो आँख से आँसू निकल पड़े
मीसम अली आग़ा
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मुट्ठी से जिस तरह कोई जुगनू निकल पड़े
देखा उसे तो आँख से आँसू निकल पड़े
मीसम अली आग़ा