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मंसूर मुल्तानी शायरी | शाही शायरी

मंसूर मुल्तानी शेर

1 शेर

लरज़ती छत शिकस्ता बाम-ओ-दर से बात करनी है
मुझे तन्हाई में कुछ अपने घर से बात करनी है

मंसूर मुल्तानी