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कुंवर बेचैन शायरी | शाही शायरी

कुंवर बेचैन शेर

1 शेर

उस ने फेंका मुझ पे पत्थर और मैं पानी की तरह
और ऊँचा और ऊँचा और ऊँचा हो गया

कुंवर बेचैन