यहाँ तो चारों तरफ़ क़त्ल हो रहे हैं लोग
मैं कैसे दूँगा अकेला शहादतें सब की
ख़लिश बड़ौदवी
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यहाँ तो चारों तरफ़ क़त्ल हो रहे हैं लोग
मैं कैसे दूँगा अकेला शहादतें सब की
ख़लिश बड़ौदवी