लहू का हाल है 'जावेद' ऐसा जैसे नश्शा हो
धड़कना दिल में भी बाद-ए-सबा के साथ भी रहना
जावेद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
1 शेर
लहू का हाल है 'जावेद' ऐसा जैसे नश्शा हो
धड़कना दिल में भी बाद-ए-सबा के साथ भी रहना
जावेद अहमद