EN اردو
हयात वारसी शायरी | शाही शायरी

हयात वारसी शेर

2 शेर

है इख़्तियार हमें काएनात पर हासिल
सवाल ये है कि हम किस के इख़्तियार में हैं

हयात वारसी




हमें उजाल दे फिर देख अपने जल्वों को
हम आइना हैं मगर पर्दा-ए-ग़ुबार में हैं

हयात वारसी