आज इंसाँ ने भुला डाले हैं यज़्दाँ के करम
हम ने तो ज़ुल्म भी एहसान तिरे जाने हैं
हमीद जाज़िब
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आज इंसाँ ने भुला डाले हैं यज़्दाँ के करम
हम ने तो ज़ुल्म भी एहसान तिरे जाने हैं
हमीद जाज़िब