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बीएस जैन जौहर शायरी | शाही शायरी

बीएस जैन जौहर शेर

1 शेर

सावन की रुत आ गई खिले कँवल के फूल
कलियों के मुखड़े धुले अड़ी चमन के धूल

बीएस जैन जौहर