हम चाहते थे माह-ए-दरख़्शाँ को देखना
उस ने हमें दरीचे से चेहरा दिखा दिया
आएशा मसूद मलिक
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हम चाहते थे माह-ए-दरख़्शाँ को देखना
उस ने हमें दरीचे से चेहरा दिखा दिया
आएशा मसूद मलिक