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आएशा मसूद मलिक शायरी | शाही शायरी

आएशा मसूद मलिक शेर

1 शेर

हम चाहते थे माह-ए-दरख़्शाँ को देखना
उस ने हमें दरीचे से चेहरा दिखा दिया

आएशा मसूद मलिक