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अासिफ़ा निशात शायरी | शाही शायरी

अासिफ़ा निशात शेर

2 शेर

बाज़ चेहरे बहुत हसीन सही
फिर भी कितनों से दोस्ती की जाए

अासिफ़ा निशात




वो मेरे ख़्वाब ले के सिरहाने खड़ा रहा
मैं सो रही थी उस ने जगाया नहीं मुझे

अासिफ़ा निशात