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अशोक साहनी साहिल शायरी | शाही शायरी

अशोक साहनी साहिल शेर

1 शेर

दुआएँ कीजिए ग़ुंचों के मुस्कुराने की
अभी उमीद है बाक़ी बहार आने की

अशोक साहनी साहिल