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अरशद मलिक शायरी | शाही शायरी

अरशद मलिक शेर

1 शेर

ग़ुरूब-ए-शाम तो दिन भर के फ़ासले पर है
किरन तुलू की उतरी है जगमगाती फिरे

अरशद मलिक