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आरिफ़ अंसारी शायरी | शाही शायरी

आरिफ़ अंसारी शेर

1 शेर

मुझ को जन्नत से उठा कर ये कहाँ फेंक दिया
अपने मस्कन से बहुत दूर रहूँगा कैसे

आरिफ़ अंसारी