EN اردو
अनवार फ़िरोज़ शायरी | शाही शायरी

अनवार फ़िरोज़ शेर

1 शेर

ये दिल का कर्ब लबों तक कभी न आएगा
मिरे लिए ये ख़मोशी का इर्तिक़ा ही सही

अनवार फ़िरोज़