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अम्बरीन सलाहुद्दीन शायरी | शाही शायरी

अम्बरीन सलाहुद्दीन शेर

1 शेर

रेत है सूरज है वुसअत है तन्हाई
लेकिन नाँ इस दिल की ख़ाम-ख़याली जाए

अम्बरीन सलाहुद्दीन