EN اردو
अली सरमद शायरी | शाही शायरी

अली सरमद शेर

1 शेर

कितना चालाक है वो यार-ए-सितमगर देखो
उस ने तोहफ़े में घड़ी दी है मगर वक़्त नहीं

अली सरमद