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अली मुतहर अशअर शायरी | शाही शायरी

अली मुतहर अशअर शेर

1 शेर

रंगों से न रखिए किसी सूरत की तवक़्क़ो
वो ख़ून का क़तरा है जो शहकार बनेगा

अली मुतहर अशअर