न जाने इस क़दर क्यूँ आप दीवाने से डरते हैं
चराग़-ए-अंजुमन हैं और परवाने से डरते हैं
अफ़सर माहपुरी
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न जाने इस क़दर क्यूँ आप दीवाने से डरते हैं
चराग़-ए-अंजुमन हैं और परवाने से डरते हैं
अफ़सर माहपुरी