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अब्बास कैफ़ी शायरी | शाही शायरी

अब्बास कैफ़ी शेर

1 शेर

ख़्वाब-गह में सियाह ख़ुशबू था
इत्तिफ़ाक़न चराग़ भी गुल था

अब्बास कैफ़ी