देख दामन-गीर महशर में तिरे होवेंगे हम
ख़ूँ हमारा अपने दामन से न ऐ क़ातिल छुड़ा
आरिफ़ुद्दीन आजिज़
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देख दामन-गीर महशर में तिरे होवेंगे हम
ख़ूँ हमारा अपने दामन से न ऐ क़ातिल छुड़ा
आरिफ़ुद्दीन आजिज़