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शिकायत | शाही शायरी
shikayat

नज़्म

शिकायत

सीमा ग़ज़ल

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मुझे तुम से शिकायत है
कि तुम ने उम्र भर मुझ को

ख़बर ये भी न होने दी
तुम्हें मुझ से मोहब्बत थी