उस ने
उन की तरफ़
आख़िरी बार देखा
और चल पड़ा
अब उस के लिए
एहसास के सारे मंज़र नए थे
ज्ञान का कर्ब था
नज़्म
निरवान
खलील तनवीर
नज़्म
खलील तनवीर
उस ने
उन की तरफ़
आख़िरी बार देखा
और चल पड़ा
अब उस के लिए
एहसास के सारे मंज़र नए थे
ज्ञान का कर्ब था