ख़ौफ़ की छोटी छोटी चिड़ियाँ
मेरे बचपन से
जो मुझ में क़ैद पड़ी थीं
ताकीदों की जिन के परों में
गिर्हें लगी थीं
मैं ने उन सब चिड़ियों के
पर खोल दिए
नज़्म
नज़्म
नसीम सय्यद
नज़्म
नसीम सय्यद
ख़ौफ़ की छोटी छोटी चिड़ियाँ
मेरे बचपन से
जो मुझ में क़ैद पड़ी थीं
ताकीदों की जिन के परों में
गिर्हें लगी थीं
मैं ने उन सब चिड़ियों के
पर खोल दिए