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एक कहानी | शाही शायरी
ek kahani

नज़्म

एक कहानी

उरूज जाफ़री

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जब हम कुछ नहिं होते तो
हम ठीक होते हैं

जब हम ठीक होते हैं
तो कुछ ठीक नहिं होता

और जब कुछ ठीक नहिं होता
तो सब ग़लत होता है

सहीह और ग़लत का तअय्युन
दो लोग कभी नहिं कर पाए

और इसी लिए अक्सर तकिए जुदा
कर लिए जाते हैं

क्यूँ कि यही शायद ठीक
होता है!