रंग, आवाज़, धूप, साया, हर्फ़!
अक्स, इज़हार, बे-नवा, बरबत
आसमाँ, आँधियाँ, अंधेरा, आँख
साँस रोके खड़ी रही दीवार
नज़्म
दीवार
फ़ारूक़ मुज़्तर
नज़्म
फ़ारूक़ मुज़्तर
रंग, आवाज़, धूप, साया, हर्फ़!
अक्स, इज़हार, बे-नवा, बरबत
आसमाँ, आँधियाँ, अंधेरा, आँख
साँस रोके खड़ी रही दीवार