और मैं ने ख़ुदा से कहा 
देख तेरी मख़्लूक़ 
चौथे आसमान पर आ गई है 
तो पर्दा-ए-ग़ैब से आवाज़ आई 
''कुन'' 
और पलक झपकते में 
सात और आसमान 
चौथे आसमान पर फैल गए! 
और मेरे अंदर 
इक और जंगल उग आया!!
        नज़्म
चौथा आसमान
मोहम्मद अल्वी
        नज़्म
मोहम्मद अल्वी
और मैं ने ख़ुदा से कहा 
देख तेरी मख़्लूक़ 
चौथे आसमान पर आ गई है 
तो पर्दा-ए-ग़ैब से आवाज़ आई 
''कुन'' 
और पलक झपकते में 
सात और आसमान 
चौथे आसमान पर फैल गए! 
और मेरे अंदर 
इक और जंगल उग आया!!