रंज है हालत-ए-सफ़र हाल-ए-क़याम रंज है
सुब्ह-ब-सुब्ह रंज है शाम-ब-शाम रंज है
उस की शमीम-ए-ज़ुल्फ़ का कैसे हो शुक्रिया अदा
जब कि शमीम रंज है जब कि मशाम रंज है
सैद तो क्या कि सैद-कार ख़ुद भी नहीं ये जानता
दाना भी रंज है यहाँ या'नी कि दाम रंज है
मानी-ए-जावेदान-ए-जाँ कुछ भी नहीं मगर ज़ियाँ
सारे कलीम हैं ज़ुबूँ सारा कलाम रंज है
बाबा अलिफ़ मिरी नुमूद रंज है आप के ब-क़ौल
क्या मिरा नाम भी है रंज हाँ तिरा नाम रंज है
कासा गदागरी का है नाफ़-पियाला यार का
भूक है वो बदन तमाम वस्ल तमाम रंज है
जीत के कोई आए तब हार के कोई आए तब
जौहर-ए-तेग़ शर्म है और नियाम रंज है
दिल ने पढ़ा सबक़ तमाम बूद तो है क़लक़ तमाम
हाँ मिरा नाम रंज है हाँ तिरा नाम रंज है
पैक-ए-क़ज़ा है दम-ब-दम 'जौन' क़दम क़दम शुमार
लग़्ज़िश-ए-गाम रंज है हुस्न-ए-ख़िराम रंज है
बाबा अलिफ़ ने शब कहा नश्शा-ब-नश्शा कर गिले
जुरआ-ब-जुरआ रंज है जाम-ब-जाम रंज है
आन पे हो मदार क्या बूद के रोज़गार का
दम हमा-दम है दूँ ये दम वहम-ए-दवाम रंज है
रज़्म है ख़ून का हज़र कोई बहाए या बहे
रुस्तम ओ ज़ाल हैं मलाल या'नी कि साम रंज है
ग़ज़ल
रंज है हालत-ए-सफ़र हाल-ए-क़याम रंज है
जौन एलिया