EN اردو
रात तस्वीर नुमूदार हुई आँखों में | शाही शायरी
raat taswir numudar hui aankhon mein

ग़ज़ल

रात तस्वीर नुमूदार हुई आँखों में

ओसामा ज़ाकिर

;

रात तस्वीर नुमूदार हुई आँखों में
सुब्ह के सामने दीवार हुई आँखों में

मतला-ए-दिल पे फिर इक चाँद पिघल जाएगा
आज इक तेज़ चमक ख़ार हुई आँखों में

आ तुझे लाल करूँ ज़र्द-रुख़ी बिंत-ए-ख़िज़ाँ
सुर्ख़ सैलाब की यलग़ार हुई आँखों में