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पूछते हैं ये शाएरी क्या है | शाही शायरी
puchhte hain ye shaeri kya hai

ग़ज़ल

पूछते हैं ये शाएरी क्या है

ख़ालिद इक़बाल ताइब

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पूछते हैं ये शाएरी क्या है
हाए ऐसी भी सादगी क्या है

क्या किसी बाग़बाँ से ये पूछा
फूल क्या शय है ये कली क्या है

ये सबा किस बला का नाम है और
ये रिदा गुल पे शबनमी क्या है

फ़स्ल-ए-गुल से कभी किया दरयाफ़्त
चार सू ये हरी हरी क्या है

पूछ लेते कभी धनक से कि ये
सात रंगों की साहिरी क्या है