EN اردو
पिया बाज प्याला पिया जाए ना | शाही शायरी
piya baj pyala piya jae na

ग़ज़ल

पिया बाज प्याला पिया जाए ना

क़ुली क़ुतुब शाह

;

पिया बाज प्याला पिया जाए ना
पिया बाज यक तिल जिया जाए ना

कही थे पिया बिन सुबूरी करूँ
कहया जाए अम्मा किया जाए ना

नहीं इश्क़ जिस दू बड़ा कोड़ है
कधीं उस से मिल बे-सिया जाए ना

'क़ुतुब' शह न दे मुज दिवाने को पंद
दिवाने कूँ कुच पंद दिया जाए ना