कोई गा दे मीठी लोरी सजन
मिरी भर दे नैन कटोरी सजन
कभी भोर समय मिरे हाथ पे बाँध
तिरे हाथ पे लिपटी डोरी सजन
वही जिस का तन-मन छाई सा
तुझे चाँद लगे वही छोरी सजन
किसी पीर फ़क़ीर की कुटिया से
मिली धन-दौलत की बोरी सजन
मिरी उर्दू के सब बोल तिरे
तिरी हिन्दी भाषा मोरी सजन
मिरी चुनरी लीरम-लेर हुई
हुआ रंग बसंती चोरी सजन
तिरे भगवत-गीता और क़ुरआन
हुई अब 'इंजील' भी तोरी सजन
ग़ज़ल
कोई गा दे मीठी लोरी सजन
इंजील सहीफ़ा