खुल कर आख़िर जहल का एलान होना चाहिए
हक़-परस्तों के लिए ज़िंदान होना चाहिए
इस वतन में मुक़्तदिर होने की पहली शर्त है
आदमी के रूप में शैतान होना चाहिए
आप जैसों को रेआ'या झेलती है किस तरह
आप को तो सोच कर हैरान होना चाहिए
नीम मुल्ला ख़तरा-ए-ईमान होता है अगर
पूरा मुल्ला ग़ासिब-ए-ईमान होना चाहिए
दिल से शर्मिंदा हूँ ये अशआ'र जो मैं ने कहे
आप के ए'ज़ाज़ में दीवान होना चाहिए
ग़ज़ल
खुल कर आख़िर जहल का एलान होना चाहिए
फरीहा नक़वी