हुस्न की फ़ितरत में दिल-आज़ारियाँ
उस पे ज़ालिम नित-नई तैयारियाँ
मुत्तसिल तिफ़्ली से आग़ाज़-ए-शबाब
ख़्वाब के आग़ोश में बेदारियाँ
सोच कर उन की गली में जाए कौन
बे-इरादा होती हैं तैयारियाँ
दर्द-ए-दिल और जान-लेवा पुर्सिशें
एक बीमारी की सौ बीमारियाँ
और दीवाने को दीवाना बनाओ
अल्लाह अल्लाह इतनी ख़ातिर-दारियाँ
बंध रहा है ऐ 'रज़ा' रख़्त-ए-सफ़र
हो रही हैं कूच की तैयारियाँ
ग़ज़ल
हुस्न की फ़ितरत में दिल-आज़ारियाँ
आले रज़ा रज़ा