हुआ है तेरी मोहब्बत का हौसला साक़ी
मगर गराँ है क़नाअत का मरहला साक़ी
नज़र नज़र में जगह ढूँढता रहा मय-कश
कोई तो जानता रिंदी का मर्तबा साक़ी
बला कशान-ए-दर-ए-मय-कदा कहाँ जाएँ
क़दम क़दम है क़यामत का फ़ासला साक़ी
मिरी हयात का सब कुछ फ़ज़ा-ए-मय-ख़ाना
सुबू-ओ-जाम तिरा एक मश्ग़ला साक़ी
ये दश्त-ए-तिश्ना-लबी है शिकस्ता खे़मे हैं
कहाँ गया मिरे अरमाँ का क़ाफ़िला साक़ी
अमाँ से दूर है सहरा-ए-आरज़ू की तपिश
हयात-ए-सोज़-ए-तमन्ना का आबला साक़ी
हयात क्या है मोहब्बत है क्यूँ जमाल है क्या
न हल हुआ कभी 'अख़्तर' का मसअला साक़ी
ग़ज़ल
हुआ है तेरी मोहब्बत का हौसला साक़ी
अख़्तर ओरेनवी