दिल में आ जा दिलबर साईं
सूना तुझ बिन ये घर साईं
तू क्या जाने इस दूरी में
क्या बीती है दिल पर साईं
याद ही मेरा सरमाया है
तू भी याद किया कर साईं
दुख की आँच है धीमी धीमी
दुख तो दिल के अंदर साईं
उस को मिल जाती है मंज़िल
जिस को प्यारा वो दर साईं
ग़ज़ल
दिल में आ जा दिलबर साईं
सबीहा सबा