दर्द का हाल आह से पूछो
दिल की बातें निगाह से पूछो
अज़्मत-ए-रहमत-ए-ख़ुदावंदी
आरज़ू-ए-गुनाह से पूछो
उन की पैहम नवाज़िशों का असर
मेरे हाल-ए-तबाह से पूछो
दिल-ए-ख़ुद्दार की ज़बूँ-हाली
होश इज़्ज़ ओ जाह से पूछो
पस्ती-ए-हर-बुलंदी-ए-दुनिया
मुंतहा-ए-निगाह से पूछो
अर्श पर क्यूँ दिमाग़ 'अर्श' उड़ा
मुफ़्त की वाह वाह से पूछो
ग़ज़ल
दर्द का हाल आह से पूछो
अर्श मलसियानी