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आज दिल से दुआ करे कोई | शाही शायरी
aaj dil se dua kare koi

ग़ज़ल

आज दिल से दुआ करे कोई

दर्शन सिंह

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आज दिल से दुआ करे कोई
हक़्क़-ए-उल्फ़त अदा करे कोई

जिस तरह दिल मिरा तड़पता है
यूँ न तड़पे ख़ुदा करे कोई

जान-ओ-दिल हम ने कर दिए क़ुर्बां
वो न माने तो क्या करे कोई

दिल-ए-बेताब की तमन्ना है
फिर कहूँ मैं सुना करे कोई

मस्त नज़रों से ख़ुद मिरा साक़ी
फिर पिलाइए पिया करे कोई

मय-ए-इरफ़ाँ के हम भी हैं मुश्ताक़
दर-ए-मय-ख़ाना वा करे कोई

शौक़-ए-दीदार दिल में है 'दर्शन'
आ भी जाए ख़ुदा करे कोई