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गुलशन शायरी | शाही शायरी

गुलशन

9 शेर

हम को इस की क्या ख़बर गुलशन का गुलशन जल गया
हम तो अपना सिर्फ़ अपना आशियाँ देखा किए

हसन नज्मी सिकन्दरपुरी




गुलशन की फ़क़त फूलों से नहीं काँटों से भी ज़ीनत होती है
जीने के लिए इस दुनिया में ग़म की भी ज़रूरत होती है

सबा अफ़ग़ानी