जाएगी गुलशन तलक उस गुल की आमद की ख़बर
आएगी बुलबुल मिरे घर में मुबारकबाद को
सख़ी लख़नवी
तुम सलामत रहो क़यामत तक
और क़यामत कभी न आए 'शाद'
शाद आरफ़ी
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एक बरस और बीत गया
कब तक ख़ाक उड़ानी है
विकास शर्मा राज़