सूरज डूबा और फिर उतरे काले साए
पेड़ों की आवाज़ पर पंछी वापस आए
सलीम अंसारी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
यादों के सरमाए पर ख़ुद से माँगूँ ब्याज
यूँ अपनी तंहाई का जश्न मनाऊँ आज
सलीम अंसारी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |